Dear Dad Shayari in Hindi 2025

Dear Dad Shayari – स्वागत है आपका हमारी शायरी की महफ़िल में…
जहाँ लफ़्ज़ों में छुपे जज़्बात दिलों को छू जाते हैं,
जहाँ हर शेर में एक कहानी है, और हर मिसरा एक एहसास। आप यह आए और हमारी शायरी पढे और हमारी शायरी को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे ।।

टुकड़ों में बिखरा हुआ किसी का जिगर दिखाएँगे,
कभी आना भूखे सोए बच्चों के माँ बाप से मिलाएँगे.
👨‍👩‍👧‍👦🧩

घेर लेने को मुझे जब भी बलाएँ आ गईं,
ढाल बन कर सामने माँ-बाप की दुआएँ आ गईं.
🙏🛡️

घर की इस बार मुकमल में तलाशी लूँगा,
गम छुपा कर मेरे माँ-बाप कहाँ रखते थे.
🔍🏠

घर आके माँ-बाप बहुत रोये अकेले में,
मिट्टी के खिलौने भी सस्ते ना थे मेले में.
🏠😢

माँ बाप का हाथ पकड़कर रखिये,
लोगो के पांव पकड़ने की जरूरत नही पड़ेगी.
👫🤲

पिता – नाम ही काफी है ममता और मजबूती का

Dear Dad Shayari in Hindi 2025

जिस घर में ‎माँ-बाप की कदर नहीं होती,
उस घर में कभी बरकत नहीं होती.
🔒🏡

माँ की ममता और पिता की क्षमता का अंदाजा लगाना भी संभव नही हैं.
❤️🌟

मुझे मोहब्बत है अपने हाथों की सब लकीरों से,
ना जाने पापा ने कौनसी ऊँगली को पकड़कर चलना सिखाया था.
🖐️💖

नसीब वाले हैं जिनके सर पर पिता का हाथ होता हैं,
ज़िद पूरी हो जाती हैं सब गर पिता का साथ होता हैं.
👨‍👧‍👦🌟

दुनिया की भीड़ में सबसे करीब जो है,
मेरे पापा मेरे खुदा मेरी तकदीर वो है.
💫👨‍👧‍👦

छांव भी थे, साया भी थे, खुदा से कम नहीं मेरे पापा

Dear Dad Shayari in Hindi 2025

पिता हारकर बाज़ी हमेशा मुस्कुराया,
शतरंज की उस जीत को मैं अब समझ पाया.
😃🏅

मुझे रख दिया छाँव में खुद जलते रहे धूप में,
मैंने देखा है ऐसा एक फरिश्ता अपने पिता के रूप में.
🙏🌞

मेरी दुनिया में इतनी जो शौहरत हैं,
मेरी माता पिता की बदौलत हैं.
🙏🌟

जिस के होने से मैं खुदको मुक्कम्मल मानता हूँ,
मेरे रब के बाद मैं बस अपने माँ-बाप को जानता हूँ.
✨👨‍👩‍👦

माँ बाप का दिल जीत लो कामयाब हो जाओगे,
वरना सारी दुनिया जीत कर भी हार जाओगे.
❤️🏆

मेरे हर सपने के पीछे एक साया था – पापा।

Dear Dad Shayari in Hindi 2025

चाहे लाख करो तुम पूजा और तीर्थ करो हजार,
अगर माँ बाप को ठुकराया तो सब ही हैं बेकार.
🌟🙏

माता पिता के बिना दुनिया की हर चीज कोरी हैं,
दुनिया का सबसे सुंदर संगीत माँ की लोरी हैं.
💖🎵

जीवन में दो बार ही माँ बाप रोते हैं,
जब बेटी घर छोड़े, तथा बेटा मुह मोड़े.
💔😢

“शुक्रिया इस महफ़िल में शामिल होने के लिए…
आपका साथ हमारे लफ़्ज़ों को रूह मिला देता है।
हर शेर तब ही मुकम्मल होता है जब कोई उसे महसूस करता है,
और आज आपने हमारी शायरी को वो मायने दिए

Leave a Comment