Shayari List
I Hate Love Shayari – स्वागत है आपकी अपनी शायरी की दुनिया में – एक ऐसा मंच जहाँ दिल की बातों को अल्फ़ाज़ मिलते हैं, और भावनाओं को बेबाकी से बयाँ किया जाता है। यहाँ आपको मिलेंगी मोहब्बत की मीठी बातें, दर्द की सच्ची आवाज़ें, और ज़िंदगी की हर कशमकश को बयान करती खूबसूरत शायरियाँ। आइए, डूब जाइए लफ़्ज़ों की इस जादुई दुनिया में।
कुछ इस अदा से निभाना है किरदार मेरा मुझको,
जिन्हें मुहब्बत न हो मुझसे वो नफरत भी न कर सके।
वो वक़्त गुजर गया… जब मुझे तेरी आरज़ू थी,
अब तू खुदा भी बन जाए तो मैं सज़दा न करूँ।
आँशु जानते हैं कौन अपना हैं, तभी अपनो के आगे निकलते है,
मुस्कुराहट का क्या हैं, गैरो से भी वफ़ा कर लेती हैं….
देख कर उसको तेरा यूँ पलट जाना नफरत बता रही है… तूने मोहब्बत गज़ब की की थी
हमें बर्बाद करना है तो हम से प्यार करो नफरत करोगे तो खुद बर्बाद हो जाओगे !!
अगर फुर्सत के लम्हो में, याद करते हो तो अब मत करना,
क्योंकि मैं तन्हा जरूर हूँ, मगर फ़िज़ूल बिल्कुल नही…
तुमसे मेरी नफरत कैसे संभेलगी जब तुम मेरा दिया हआ प्यार नही संभाल पायी
चला जाऊँगा मैं धुंध के बादल की तरह,
देखते रह जाओगे मुझे पागल की तरह,
जब करते हो मुझसे इतनी नफरत तो क्यों,
सजाते हो आँखो में मुझे काजल की तरह।
कौन कहता है कि, सिर्फ नफरतों में ही दर्द होता हैं,
कभी हद से ज्यादा मोहब्बत भी, बहुत तकलीफ देती है…!!
यकीन करो मोहब्बत इतनी भी आसान नही हैं,
हज़ारों दिल टूट जाते हैं, एक दिल के हिफाज़त में….
हमें नफ़रत पसंद है लेकिन दिखावे का प्यार नहीं !!
खामोशियां बेवजह नहीं होती,
कुछ दर्द आवाज छीन लिया करते हैं !
आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए महसूस हुआ तब जब वो जुदा हुए करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए !!
कौन कहता हैं, हमने तुम्हे दिल से निकाला हैं,
यही तो एक रोग हैं, जो हमने शौक से पाला हैं….
दिलों में गर पली बेजा कोई हसरत नहीं होती,
हम इंसानों को इंसानों से यूँ नफरत नहीं होती।
खूबसूरती अक्सर, सांवलेपन में होती हैं,
गोरे तो तब भी फरेबी थे, और अब भी फरेबी।
मोहब्बत नहीं, अब सिर्फ नफ़रत बाकी है।”

उसके चले जाने के बाद हम मोहब्बत नहीं करते किसी से छोटी सी जिन्दगी है किस किस को अजमाते रहेंगे !!
बिछड़ने का तो, वो पहली ही इरादा कर चुके थे,
उसे तो बस मेरी तरफ से, कोई बहाना चाहिए था।
तुम ना ही मिलते तो अच्छा था,
बेकार में मोहब्बत से नफरत हो गयी ! I Hate My Life
अब ये न पूछना की ये अल्फ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के कुछ अपनी सुनाता हूँ !!
जो लोग कहते है कि उन्हें प्यार से बहुत नफरत है ये वही लोग है जिन्हें प्यार में सिर्फ नफरत ही मिलती है !
पता तो मुझे भी था की लोग बदल जाते हैं,
पर मैंने उन्हें, उन लोगो में गिना नही था।
न मोहब्बत शम्भाली गयी न नफरते पाली गयी अफसोस है उस ज़िंदगी का जो तेरे पीछे खाली गई
एक पल का एहसास बनकर आते हो तुम दुसरे ही पल ख्वाब बनकर उड़ जाते हो तुम जानते हो की लगता है डर तन्हाइयों से फिर भी बार बार तनहा छोड़ जाते हो तुम !!
हाँ मुझे रस्म-ए-मोहब्बत का सलीक़ा ही नहीं,
जा किसी और का होने की इजाज़त है तुझे।
खुदा सलामत रखना उन्हें, जो हमसे नफरत करते हैं,
प्यार न सही नफरत ही सही, कुछ तो है जो वो सिर्फ हमसे करते हैं।
जिसे चाहा वही ज़ख़्म दे गया।”

वैसे ही कुछ नही था खोने को,
फिर तुम आए ज़िंदगी में, और खुशी भी ले गए…
मैं बदनाम नही करता, सारे राज छिपा लेता हूँ,
कोई पूछता है उसके बारे में तो, हल्का सा मुस्कुरा देता हूँ…
नफरत थी मुझसे तो इज़हार क्यों किया,
देना था ज़हर मुझको तो प्यार क्यों किया,
ज़हर दे के कहते हो पीना ही होगा,
पी गया तो कहते हो अब जीना ही होगा।
हक़ से दे तो तेरी नफरत भी सर आँखों पर खैरात में तो तेरी मोहब्बत भी मंजूर नहीं !!
छोड़ दिया चाँद का साथ, हमने ये सोचकर,
जो रात का न हुआ, वो हमारा क्या होगा
प्यार करता हूँ तो फ़िक्र करता हूँ अगर नफरत करने लगा तो ज़िक्र भी नहीं करूंगा !!
कितनी झूठी होती है मोहब्बत की कसम,
देखो तुम भी जिंदा हो मैं भी जिंदा हूँ
जीने की ख्वाहिश में हर रोज़ मरते है वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं झूठा ही सही मेरे यार का वादा है हम सच मान कर ऐतबार करते हैं !!
अगर तुम बार बार रूठोगी, तो मैं तुम्हे बार बार मनाऊँगा,
मगर ये मत सोचना की, मैं तुम्हे छोड़कर चला जाऊंगा…
महसूस कर रहे तेरी लापरवाही कुछ दिनों से,
याद रखना अगर हम बदल गए, तो मनाना तेरे बस की बात नही….
अगर इतनी ही नफरत है हमसे तो दिल से कुछ ऐसी दुआ करो की आज ही तुम्हारी दुआ भी पूरी हो जाये और हमारी ज़िन्दगी भी !!
जख्म ही देना था, तो पूरा जिस्म तेरे हवाले था,
लेकिन कम्भख्त ने जब भी वार किया, दिल पर ही किया…
अब इश्क़ से नफ़रत है, और तन्हाई से प्यार।

नफरत करने वाले भी गज़ब का प्यार करते हैं मुझसे,
जब भी मिलते हैं कहते हैं कि तुझे छोड़ेंगे नहीं ।
एक बात पूछें तुमसे जरा दिल पर हाथ रखकर फरमायें जो इश्क़ हमसे शीखा था अब वो किससे करते हो !!
“आपकी इस शायरी की दुनिया में तहेदिल से आने के लिए शुक्रिया। आपके आने से हमारे लफ़्ज़ों को मायने मिले, और जज़्बातों को हमसफ़र। उम्मीद है कि यहाँ बिताया गया हर लम्हा आपके दिल को छू गया होगा। फिर मुलाक़ात होगी – किसी नए शेर, किसी नए एहसास के साथ।