Lover girlfriend shayari – स्वागत है आपका एक ऐसे सफर में ,जहां हर लफ़्ज़ में जज़्बात छुपे हैं, शायरी
सिर्फ अल्फ़ाज़ों का खेल नहीं । इस महफ़िल में आपको दिल से स्वागत है , आपको हमारी सारी शायरी पसंद आएंगी जब आप शायरी को पढ़ेंगे और समझे तो नीचे दी गई सारी शायरी को पढे और अपने दोस्तों के साथ शेयर करे और ज्यादा से ज्यादा सेव करे ।
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है! एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है!
लगने लगते है अपने भी पराये! और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है!
अपने दिल की बात उनसे कह नहीं सकते, बिन कहे भी जी नहीं सकते, ऐ खुदा!
ऐसी तकदीर बना, कि वो खुद हम से आकर कहे कि,
हम आपके बिना जी नही सकते.
एक आरज़ू सी दिल मैं अक्सर छुपाये फिरता हूँ … प्यार करता हूँ तुझ से ,
पर कहने से डरता हूँ … नाराज़ ना हो जाओ कहीं मेरी गुस्ताखी से तुम …. इसलिए खामोश रह कर भी ,तेरी धड़कन को सुना करता हूँ

खोया हूं तुम्हारे खयालो मे जमाने का कोई होश नही ना समझो मुझे तुम दीवाना इतना भी मै मदहोश नही चला तेरा जादू कुछ ऐसा धडकन मेरी खामोश नही नजरें बन गई अब तेरी मुझमें इनका आघोश नही
वो आपका पलके झुका के मुस्कुराना; वो आपका नजरें झुका के शर्मना;
वैसे आपको पता है या नहीं हमें पता नहीं; पर इस दिल को मिल गया है उसका नज़राना।
“माना के मर जाने पर भुला दिए जाते है लोग ज़माने में.,
पर मैं तो अभी जिन्दा हूँ फिर कैसे उसने मुझे भुला दिया..??
आँखों को जब किसी की चाहत हो जाती है उसे देख के ही दिल को राहत हो जाती है कैसे भूल सकता है कोई किसी को ‘ऐ’ दोस्त जब किसी को किसी की आदत हो जाती है
मोहोब्बत कुछ इस कदर हो जाती है उसे के रब से पहले उसकी इबादत हो जाती है

वो आपका पलके झुका के मुस्कुराना;
वो आपका नजरें झुका के शर्मना;
वैसे आपको पता है या नहीं हमें पता नहीं;
पर इस दिल को मिल गया है उसका नज़राना।
“बिन देखे तेरी तस्वीर बना सकते हैं
बिन मिले तेरा हाल बना सकते है
हमारे प्यार में इतना दम है की
तेरे आसूं अपनी ऑख से गिर सकते हैं ”
तुम्हारी ज़िद बेमानी है
दिल ने हार कब मानी है
कर ही लेगा वश में तुम्हें
आदत इसकी पुरानी है.
अपने दिल की बात उनसे कह नहीं सकते,
बिन कहे भी जी नहीं सकते,
ऐ खुदा! ऐसी तकदीर बना,
कि वो खुद हम से आकर कहे कि,
हम आपके बिना जी नही सकते.
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है!
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है!
लगने लगते है अपने भी पराये!
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है!
“बिन देखे तेरी तस्वीर बना सकते हैं बिन मिले तेरा हाल बना सकते है
हमारे प्यार में इतना दम है की तेरे आसूं अपनी ऑख से गिर सकते हैं ”
“दीवाने है तेरे नाम के इस बात से इंकार नहीं कैसे कहे कि तुमसे प्यार नहीं कुछ तो कसूर है
आपकी आखों का हम अकेले तो गुनहगार नहीं ”

“आपकों प्यार करने से डर लगता है आपकों खोने से डर लगता है
कहीं आखों से गुम ना हो जाये याद अब रात में सोने से डर लगता है”
बहुत खूब सूरत है आखै तुम्हारी इन्हें बना दो किस्मत हमारी हमें नहीं
चाहिये ज़माने की खुशियाँ अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी
आपकी जुदाई भी हमें प्यार करती हैं … आपकी याद बहुत बेकरार करती हैं ..
जाते जाते कहीं भी मुलाकात हो जाये आप से … तलाश आपको ये नज़र बार बार करती हैं …
धन्यवाद आपका दिल से धन्यवाद, हमारी शायरी की दुनिया में अपना क़ीमती समय देने के लिए। फिर मिलेंगे नए जज़्बातों के साथ!” फिर मुलाकात होगी नए अल्फाज़ के साथ शब्दों का ये सफर यूँ ही चलता रहेगा
फिर मिलते हैं नई भावनाओं की मिठास के साथ.