लव शायरी

किस्मत यह मेरा इम्तेहान ले रही है तड़प कर यह मुझे दर्द दे रही है दिल से कभी भी मैंने उसे दूर नहीं किया फिर क्यों बेवफाई का वह इलज़ाम दे रही है……

लव शायरी

अपनों के बीच बेगाने हो गए हैं प्यार के लम्हे अनजाने हो गए हैं जहाँ पर फूल खिलते थे कभी आज वहां पर वीरान हो गए हैं

लव शायरी

काश पहले ही तेरे बिना रहना सीख लिया होता तो आज जीने में इतनी तकलीफ न होती

लव शायरी

हर मुलाकात तुमसे अधूरी सी रही हर ख़ुशी में कुछ कमी सी रही ख्वाब क्या देखे तुम्हारे हमने नींद को आँखों से दुश्मनी सी रही

लव शायरी

सांसों की डोर छूटती जा रही है किस्मत भी हमे दर्द देती जा रही है मौत की तरफ हैं कदम हमारे मोहब्बत भी हम से छूटती जा रही है