दिन हुआ है , तो रात भी होगी,मत हो उदास, उससे कभी बात भी होगी।वो प्यार है ही इतना प्यारा,ज़िंदगी रही तो मुलाकात भी होगी।
दर्द शायरी
वो बिछड़ के हमसे ये दूरियां कर गई,
न जाने क्यों ये मोहब्बत अधूरी कर गई,
अब हमे तन्हाइयां चुभती है तो क्या हुआ,
कम से कम उसकी सारी तमन्नाएं तो पूरी हो गई।
दर्द शायरी
हम तो ख्वाबो की दुनिया में बस खोते गये,
होश तो था फिर भी मदहोश होते गये,
उस अजनबी चेहरे में क्या जादू था,
न जाने क्यों हम उसके होते गये।
दर्द शायरी
वक्त के बदल जाने से इतनी तकलीफ नही होती है,जितनी किसी अपने के बदल जाने से तकलीफ होती है।
दर्द शायरी
चाहत इतनी थी की उनको जताई न गई,चोट दिल पर लगी इसलिए दिखाई न गई,हम चाहते तो थे सारी दूरियां मिटाना,लेकिन दूरियां इतनी थी की मिटाई न गई।